अग्निपथ योजना व अग्निवीर के फायदे नुक्सान, नया अपडेट
आज हम आपको अग्निपथ योजना व अग्निवीर के फायदे नुक्सान सहित, नए अपडेट के बारे में बताएंगे।
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत, हर साल 46,00,000 युवाओं को, इंडियन आर्मी, इंडियन नेवी और इंडियन एयर फ़ोर्स में भर्ती हो कर, डिफेन्स फोर्सेज में सेवा करने का मौका मिलने जा रहा है। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत, साढ़े सत्रह साल से लेकर इक्कीस साल के युवाओं को, चार साल के लिए देश की रक्षा करने का सुअवसर मिलने जा रहा है। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम की शुरुआत से शुरू हुए बवाल के बाद, रक्षा मंत्रालय ने सिर्फ इस साल के लिए, अग्निवीरों की भर्ती की उम्र 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम भर्ती के लिए, आवेदन करने की न्यूनतम उम्र 17 साल 6 महीने है, जबकि आवेदन करने की अधिकतम उम्र 21 साल निर्धारित की गई है। इस साल 2022 में होने वाली पहले बैच की भर्ती के लिए, अधिकतम उम्र 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है।
भारतीय सशत्र सेनाओं में 4 साल तक सेवा करने का मौका देने वाला भारत इकलौता देश नहीं है, अपितु इजराइल समेत ऐसे कई पश्चिमी देश हैं जहां हर युवा को बारहवीं कक्षा के बाद देश की सेना में, 4 साल के लिए अनिवार्य रूप से काम करना ही पड़ता है। लेकिन, भारत में अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम, युवाओं के लिए कोई बाध्यता नहीं, बल्कि एक अवसर है। जिन युवाओं को भारतीय सेना में अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत ज्वाइन करना है, वे करे, जिनको नहीं करना है मत करे। सेना रोजगार नहीं बल्कि देश सेवा का मौका देती है। अगर आपको रोजगार चाहिए तो कृपया सिविल सर्विसेज की तैयारी कीजिए और भारत सरकार या राज्य सरकारों के अंतर्गत विभागों में सरकारी नौकरी प्राप्त कीजिए।
आइये अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के कुछ मुख्य पहलुओं पर नजर डालें।
नंबर 1. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता 10वीं व 12वीं न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता होगी। युवाओं व युवतियों की भर्ती कंपल्सरी फिजिकल टेस्ट के बाद ही होगी।
नंबर 2. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे वाले सैनिक ही भर्ती किए जाएंगे, जिन्हे पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक कहा जाता है। अग्निपथ स्कीम से युवाओं को सेना के तीनों अंग यानि कि थल सेना, वायु सेना और नौ सेना में सेवा करने का अवसर प्रदान होगा। अग्निपथ योजना के लिए महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं और सफल रहने पर समान सुविधाओं की हकदार होंगी।
नंबर 3. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के माध्यम से युवक युवतियों को चार साल के लिए सेना में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होगा। इसका अर्थ है कि अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम की अवधि चार साल होगी। हालांकि चार साल बाद इन अग्निवीरों में से 25 प्रतिशत को योग्यता के आधार पर रिटेन कर लिया जाएगा। यानि कि 25 प्रतिशत युवाओं को रेगुलर फ़ौज में भर्ती कर लिया जाएगा। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में चार साल बाद सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले 25% काबिल जवानों को सेना में रीटेन किया जाएगा जिसके लिए रेगुलर टेस्ट व समय समय पर मूल्यांकन होगा। 25% का मतलब है कि 4 में से एक जवान को रीटेन किया जाएगा यानि कि स्थायी तौर पर उन्हें रेगुलर फ़ोर्स में भर्ती किया जाएगा। जिन 25 % अग्निवीरों को स्थायी तौर पर सेना में रखा जाएगा वे सेकिण्ड क्लास गज़ेटेड अफसर बन जाएंगे, तब वो अग्निवीर नहीं बल्कि एक रेगुलर फौजी कहलाएंगे, जो भविष्य में 17 से 20 साल तक देश की सेवा करते रहेंगे।
नंबर 4. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत प्रथम वर्ष में भर्ती किए गए अग्निवीरों को प्रति माह 30 हजार रुपए वेतन मिलेगा जो कि चौथे वर्ष तक जाते जाते 40 हजार रुपए प्रति माह हो जाएगा। इसके अलावा अग्निवीरों को सेवा निधि, बीमा और भत्तों की सुविधा भी दी जाएगी। अग्निवीरों को मिलने वाले मासिक वेतन में से हर माह वेतन का 30% हिस्सा सेवानिधि में जमा किया जाएगा और इसके बराबर की इतनी ही राशि भारत सरकार भी अग्निवीरों के सेवा निधि कोष में जमा करेगी। पहले वर्ष का सालाना पैकेज तकरीबन 4,76,000 रुपये होगा। जबकि अंतिम यानि चौथे वर्ष का सालाना पैकेज लगभग 6,92,000 लाख रुपये हो जाएगा। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में पहले साल के बैच को सालाना 4.76 लाख मतलब हर महीने 30,000 हज़ार रुपए मिलेगें, चौथे साल तक यही सैलरी बढ़कर 6,92,000 रूपये सालाना हो जाएगी। इसके अलावा रिस्क और कठिनाई वाली पोस्टिंग के आधार पर भत्ता व बोनस भी मिलेगा। चार साल पूरे होने के बाद 11,70,000 रुपए सेवा निधि के तौर पर भी मिलेंगे। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों को कोई पेंशन नहीं दी जाएगी। इसके बदले उन्हें एक मुश्त राशि दी जाएगी, जिसे आमतौर पर 'सेवानिधि' के रूप में जाना जाएगा । ये सेवानिधि पूरी तरह से टैक्स फ्री रहेगी। अग्निवीरों को मिलने वाली तनख्वाह में इनकम टैक्स नहीं लगेगा यानि कि उनका वेतन कर मुक्त रहेगा।
नंबर 5. वहीं अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम सैलरी की बात करें, तो अग्निपथ स्कीम के तहत पहले साल युवाओं को 30 हजार रूपए प्रति माह मिलेंगे, जिसमें से लगभग 9000 रूपए अग्निवीरों की मासिक आय से काट ली जाएगी और उसे अग्निवीरों के बचत खाते में जमा किया जाएगा। इसके बाद उतना ही बराबर का हिस्सा भारतीय सशस्त्र सेना भी अग्निवीरों के सेवा निधि में जमा कराएगी। प्रत्येक साल सैलरी बढ़ने के साथ-साथ, बचत खाते में जमा की जाने वाली रकम भी बढ़ती रहेगी। चार साल बाद जब ये अग्निवीर सेना को छोड़ेंगे, तब उन्हें लगभग 11,70,000 रूपये सेवा निधि के रूप में दिए जाएँगे।
नंबर 6. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत, सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों का 48 लाख रुपयों का गैर-अंशदाई जीवन बीमा किया जाएगा। सेवा के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है, तो लगभग 44 लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिए जाएँगे। इन 44 लाख रुपयों के अलावा भारतीय सशस्त्र सेना ऐसे शहीदों के बचे हुए सेवाकाल (अधिकतम 4 साल) के वेतन का भुगतान भी करेगी। साथ ही अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों को मिलने वाली सेवानिधि भी, शहीद के परिवार को दी जाएगी। यदि कोई अग्निवीर सेवा के दौरान दिव्यांग हो जाता है, तो उसे उसकी दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा भी दिया जाएगा।
नंबर 7. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में बेसिक पे के साथ-साथ अग्निवीरों को भत्ते भी दिये जाएंगे। इन भत्तों में रिस्क एंड हार्डशिप, राशन, ड्रेस और ट्रैवल एलाउंस प्रमुख भत्ते हैं। इसके अलावा सेवा निधि के तहत मिलने वाले रूपए को 'कर मुक्त' किया गया है जिससे अग्निवीरों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो जाएगी। यहाँ यह स्पष्ट कर दूँ कि अग्निवीरों को ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभ प्राप्त नहीं होंगे।
नंबर 8. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत अग्निवीरों को तीनों सेनाओं में जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ साथ एक आकर्षक कस्टमाइज्ड मासिक पैकेज भी दिया जाएगा। चार साल की सेवा अवधि पूरी होने पर, अग्निवीरों को एकमुश्त 'सेवा निधि' पैकेज का भुगतान किया जाएगा। सेवा निधि राशि आयकर से मुक्त होगी।
नंबर 9. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में इन चार सालों में ना सिर्फ इंडियन आर्मी, इंडियन एयरफोर्स और इंडियन नेवी में रहकर सशत्र सेना की सेवा करने का अवसर मिलेगा बल्कि लगातार पढ़ाई करके ग्रेजुएशन डिग्री पाने का सुअवसर भी मिलेगा। इस डिग्री की मान्यता न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी होगी।
नंबर 10. इसके अलावा चार साल की सेवा के उपरांत, भारतीय सशस्त्र सेना की तरफ से इन अग्निवीरों को उनकी ट्रेड व ट्रेनिंग से सम्बंधित एक विशेष तकनीकी सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जिसके बेस पर उन्हें सिविल में विभिन्न पदों पर नौकरी प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। विभिन्न राज्यों ने अग्निवीरों को सेवाओं में प्राथमिकता व वरीयता देने की बात भी कही है। सबसे खास बात ये है कि इन सब फायदों के अलावा अग्निवीरों का 48 लाख रुपए का गैर-अंशदाई जीवन बीमा भी किया जाएगा यानी कि इसके लिए अग्निवीरों को कोई भी कंट्रीब्यूशन नहीं देना है।
नंबर 11. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत एक साल में दो बार अग्निवीरों की भर्ती होगी। एक साल में 46 हज़ार युवाओं को भारतीय सशत्र सेना में शामिल किया जाएगा। भारत सरकार ने कहा है कि भविष्य में इस भर्ती संख्या को दो से तीन गुना कर दिया जाएगा।
नंबर 12. अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम में युवाओं को चार साल आर्मी, एयरफोर्स और नेवी का एक्सपीरिएंस हो जाएगा। चार साल के बाद अग्निवीर के पास अन्य लोगों की तुलना में ज़्यादा अच्छा करियर बनाने के ऑप्शन होंगे। अग्निवीर, भारतीय सेना द्वारा ट्रेंड जवान होंगे, जो कि फौजियों की तरह अनुशासित व डिसिप्लिंड होंगे।
नबर 13. गृहमंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि चार साल बाद योग्य उम्मीदवारों को सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10% प्राथमिकता व वरीयता मिलेगी।
नंबर 14. हर 4 अग्निवीर में से 1 अग्निवीर परमानेंट फौजी बनेगा, जो परीक्षा देकर कमीशन्ड अफसर भी बन सकता है।
नंबर 15. यूपी, एमपी, उत्तरखंड, हरियाणा व असम जैसे कई राज्यों ने 4 साल बाद ड्यूटी करके लौटने वाले अग्निवीरों को पुलिस फ़ोर्स और पुलिस सहयोगी बल में समायोजित करने की बात स्वीकारी है।
नंबर 16. चार साल बाद अग्निवीरों के बैंक खाते में तकरीबन 12 लाख रुपए सेवा निधि के रूप में हो जाएंगे। इसके अलावा हर महीने जो वेतन मिलेगा वो अलग होगा। अगर कोई अग्निवीर 4 साल में वेतन से सात आठ लाख की सेविंग भी कर लेता है तो चार साल के बाद अग्निवीर के पास कम से कम 19 से 20 लाख रुपए इक्कट्ठे हो जाएंगे।
नंबर 17. प्राइवेट सेक्टर की कई निजी कंपनियों ने भरोसा दिया है कि चार साल बाद स्किल्ड अग्निवीर जवानों को प्राइवेट सेक्टर में समायोजित किया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा भारतीय सेना में कम अवधि के लिए नई भर्ती योजना की शुरुआत की गई है, जिसका नाम अग्निपथ योजना या अग्निवीर स्कीम। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के माध्यम से अब दसवीं व बारहवीं पास युवाओं को सेना के तीनों अंगों थल सेना, जल सेना और नौसेना में अग्निवीर के रूप में 4 साल तक सैनिक के रूप में सेवा देने का अवसर प्राप्त होगा। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के लागू हो जाने से वे सभी भर्तियाँ जिनके परिणाम आने शेष हैं या जिनकी प्रक्रिया चल रही है तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के नवीनतम अपडेट जानें-
चार साल की सेवा के उपरांत, रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले विभागों में अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण मिलेगा
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। ताजा अपडेट के अनुसार चार साल की सेवा के बाद अब अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय के तहत विभागों में 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा इस फैसले को मंजूरी दे दी गई है।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम को लेकर इससे पहले सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज और असम राइफल्स में भी 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला लिया जा चूका है।
चार साल की अवधि के दौरान सभी अग्निवीरों को मेडिकल व कैंटीन फैसिलिटी भी मिलेगी।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत सेना भर्ती प्रक्रिया 24 जून, 2022 से शुरू हो जाएगी। अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत, अग्निपथ सेना भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के 2 दिनों के अंदर ही अंदर तीनो सेनाओं की आधिकारिक वेबसाइटस पर अग्निपथ भर्ती अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों के लिए यूजीसी और इग्नू साथ मिलकर तीन वर्षीय कौशल आधारित बीए प्रोग्राम शुरू करेंगे। यह एक कौशल आधारित प्रोग्राम होगा जहां अग्नि पथ योजना के तहत सेना में भर्ती हुए युवकों व युवतियों को प्राप्त कौशल से स्नातक डिग्री में 50 प्रतिशत क्रेडिट दिया जाएगा। बाकी के 50 प्रतिशत युवाओं द्वारा चुने गए विभिन्न विषयों (भाषा, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान आदि) से प्राप्त करने होंगे।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत सेना भर्ती हेतु 10वीं और 12वीं पास योग्य उम्मीदवारों का ही चयन किया जाएगा। दसवीं पास अग्निवीरों को चार साल के कार्यकाल के दौरान ही कक्षा बारहवीं की परीक्षा तैयारी भी करवाई जाएगी।
अग्निपथ सेना भर्ती 2022 को लेकर सरकार ने बड़ी घोषणा की है। केवल साल 2022 के लिए सरकार ने अग्निपथ सेना भर्ती के लिए अग्निवीरों की आयु सीमा में बदलाव करते हुए अधिकतम आयु सीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया है। उम्र सीमा में यह बदलाव केवल साल 2022 के लिए ही किया गया है।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत देशभर के वे युवा जिनकी उम्र साढ़े सत्रह साल से लेकर 21 साल है (साल 2022 के लिए अधिकतम आयु 23 वर्ष है), वे सेना के तीनों अंगों में अग्निवीर सैनिक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
चार साल की कार्य अवधि में अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत पहले साल अग्निवीरों को 30 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा, जिसमे से 9000 रूपये सेवा निधि के तौर पर डिडक्ट हो जाएंगे और 21000 रूपये कैश इन हैंड मिलेगा। आखिरी साल आते-आते यह वेतन 40 हजार तक पहुँच जाएगा।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के तहत चार साल बाद इन अग्निवीरों में से 25 प्रतिशत युवाओं को रिटेन किया जाएगा यानि ऐसे युवा पूर्णकालिक नौकरी एक रेगुलर फौजी की तरह कर पायेंगे।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम की पहली भर्ती का कार्य 90 दिनों के अंदर पूरा कर लिया जाएगा जिसके तहत तकरीबन 46,000 युवक युवतियों को अग्निवीर नौकरी मिलेगी।
सरकार ने घोषणा की है कि इससे पहले होने वाली वे सभी भर्ती परीक्षाएं जिनके परिणाम अभी भी लंबित हैं, उन्हें अब रद्द माना जाएगा। इसका मतलब यह है कि अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम की घोषणा के बाद से थल सेना, वायु सेना और नौसेना में होने वाली सैनिकों की सभी भर्तियां अब अग्निपथ योजना या अग्निवीर स्कीम के जरिए ही की जाएँगी।
चार वर्ष की सेवा के बाद 25% अग्निवीरों को रिटेन किया जाएगा। वहीं चार साल की नौकरी के बाद बाकी के 75 प्रतिशत अग्निवीरों को एक मुश्त राशि के साथ-साथ सरकार की तरफ से तकनीकी योग्यता का सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जिससे उन्हें भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता अनुसार नौकरी पाने में सहायता प्राप्त होगी। इसके साथ ही सभी अग्निवीर रेगुलर फ़ौज में भर्ती के लिए बतौर वॉलन्टियर भी आवेदन कर सकते हैं।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के लिए आर्मी के पुराने तरीके का ही पालन किया जाएगा। इसके लिए शारीरिक परीक्षण के साथ-साथ अग्निवीरों को लिखित परीक्षा भी देनी पड़ेगी।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम पात्रता मानदंड के अनुसार अग्निपथ भर्ती योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग पीरियड समेत कुल चार वर्षों के लिए सशस्त्र सेनाओं में पूर्णकालिक काम करने का मौका मिलेगा। जिसके लिए भर्ती सेना के तय नियमानुसार ही होगी। खास बात ये है कि इस योजना के तहत न सिर्फ युवक, बल्कि युवतियाँ भी आवेदन कर सकती हैं। युवक युवतियां इस योजना के माध्यम से सेना के तीनों प्रमुख अंग यानि कि थल सेना, वायु सेना और नौ सेना में भर्ती हो सकेंगे।
ताजा अपडेट के अनुसार अग्निवीरों को 30 दिन सालाना छुट्टी मिलेगी। इसके आलावा मेडिकल अफसर की हिदायत अनुसार सिक लीव भी मिल सकती है।
अग्निपथ योजना व अग्निवीर स्कीम के बारे में या अन्य कोई भी सरकारी योजना में भाग लेने के लिए कृपया शाहपुर तुर्क सी एस सी, वी पी ओ शाहपुर तुर्क, सोनीपत पधारे।
किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त करने के लिए कमेंट में लिखिए। धन्यवाद, आपका दिन शुभ हो।
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